कैसे हो सटीक फाइनेंशियल प्लानिंग
फ्रीडम फाइनेंशियल प्लानर के सीईओ सुमित वैद्य का कहना है कि भविष्य के जीवन यापन के लिए बढ़ती महंगाई के हिसाब से बचत और निवेश के लिए उपयुक्त सही पूंजी का अनुमान लगाना चाहिए।सुमित वैद्य ने भविष्य की आवश्यकताओं के लिए अभी से फाइनेंशियल प्लानिंग करने पर जोर दिया है। उनके मुताबिक आमदनी के साथ खर्चे होते हैं। आगे चलकर जब आय मिलनी बंद हो जाएगी तब भी खर्चे बंद नहीं होंगे इसलिए पहले से ही पुख्ता इंतजाम करके चलना बेहतर होगा।
सुमित वैद्य का मानना है कि रिटायरमेंट के समय महंगाई कितनी होगी इसका सिर्फ अनुमान ही लगाया जा सकता है। हालांकि अपने वर्तमान खर्चों को देखते हुए भविष्य का हिसाब लगाएं और हर साल आमदनी बढ़ने के साथ-साथ निवेश की जाने वाली पूंजी में 10 फीसदी का इजाफा करते रहें।
अमूमन किसी भी व्यक्ति को अपने बच्चों की पढ़ाई और रिटायरमेंट के बाद उचित रहन-सहन के लिए पैसे की जरूरत होती है। सुमित वैद्य के मुताबिक एक तीसरे खर्चे का भी अवश्य ध्यान रखना चाहिए और वो है आकस्मिक या आपात खर्चे। सबसे पहले अपना सही बीमा कराएं और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करें। इसके बाद हिसाब लगाए कि कितने साल बाद आपको कितनी पूंजी की जरूरत है।
एक बात का खास ख्याल रखें कि आपकी मासिक ईएमआई खर्चे आमदनी के 30 फीसदी से ज्यादा की नहीं होनी चाहिए तभी आप सही बचत भी कर पाएंगे।
20 साल बाद बच्चों की शादी के लिए 34 लाख रुपये कैसे मिलेंगे-
सुमित वैद्य ने एक अनुमान दिया है कि अगर आपको 20 साल बाद 34 लाख रुपये की जरूरत है तो आपको हर महीने 7,800 रुपये बचाने होंगे।
रिटायरमेंट के वक्त 1.3 करोड़ रुपये कैसे मिलेंगे-
30 साल बाद यानी अपने रिटायरमेंट के वक्त करीब 1.3 करोड़ रुपये की जरूरत होगी। इसके लिए आपको 6,600 रुपये हर महीने बचाने होंगे।
सुमित वैद्य के मुताबिक सारी पूंजी इक्विटी निवेश में ना लगाएं। अपनी निवेश योजना के तहत 80 फीसदी पूंजी इक्विटी में 20 फीसदी पूंजी डेट फंड में लगएं। साथ ही 10 फीसदी पूंजी का निवेश सोने (गोल्ड ईटीएफ) में कर सकते हैं।
सुमित वैद्य ने कुछ अच्छे इक्विटी फंड के नाम सुझाए हैं। इनमें से रिलायंस रेग्युलर सेविंग फंड, डीएसपी ब्लैकरॉक इक्विटी फंड, एचडीएफसी टॉप 200 फंड, कोटक गोल्ड ईटीएफ, बेंचमार्क गोल्ड ईटीएफ, बिरला डायनामिक बॉण्ड फंड के उचित संयोजन का सटीक पोर्टफोलियो बना सकते हैं।
सीएनबीसी आवाज़
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