भारतीय नववर्ष , ईसवी कैलेण्डर के अनुसार रविवार ,चैत्र शुक्ल पक्ष एकम विक्रमी -2069 नववर्ष 23 -मार्च, को प्रारम्भ हो रहा है.
सभी भारतीयों को चाहिए कि- इस दिन को श्रद्धा, हर्ष और उत्साह के साथ मनाये!
भारतीय नववर्ष का ऐतिहासिक महत्व :
1. चक्रवर्ती सम्राट विक्रमादित्य ने 2067 वर्ष पहले इसी दिन राज्य स्थापित किया था.
2. शालिनवाहन ने हूणों को परास्त कर, दक्षिण भारत में श्रेष्ठतम राज्य की.
3. सिख परंपरा के द्वितीय गुरू- "गुरु अंगद देव" का जन्म दिवस.
4. सिंध प्रान्त के प्रसिद्ध समाज रक्षक, वरूणावतार "संत झूलेलाल" का जन्म दिवस.
5. स्वामी दयानंद सरस्वती ने इसी दिन को आर्य समाज की स्थापना की .
भारतीय नववर्ष का प्राकृतिक महत्व :
1. फसल पकने का प्रारम्भ यानि किसान की मेहनत का फल मिलने का भी यही समय होता है.
2. हर्ष, उल्लास और उमंग का मौसम: चारों तरफ पुष्पों की सुगंधि बिखरी होती है.
3. नक्षत्र शुभ स्थिति में होते हैं अर्थात्कि सी भी कार्य को प्रारम्भ करने के लिये यह शुभ मुहूर्त होता है.
यही हम लोगों को भी समझना और समझाना होगा।
1. क्या एक जनवरी के साथ ऐसा एक भी प्रसंग जुड़ा है, जिससे राष्ट्र प्रेम जाग सके ?
2. स्वाभिमान जाग सके या श्रेष्ठ होने का भाव जाग सके ?
3. विदेशी को छोड़कर स्वदेशी नव वर्ष यानि विक्रमी संवत् को ही मनाए.
जय भारत
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